नई माँ के लिए वरदान होमियोपैथी

माँ बनना किसी भी महिला की जिंदगी में सबसे खुबसूरत अहसास होता है. महिला के गर्भ ठहरने से ही कई सारे बदलाव उसकी जिदगी में आने लगते है. ये बदलाव शारीरिक और मानसिक तौर पर असरदार होते है. हर महिला चाहती है की उसका होने वाला बच्चा स्वस्थ हो उअर निरोगी हो. होमियोपैथी नई माँ के लिए
बच्चे के पैदा होते ही डॉक्टर माँ को उसे स्तनपान कारने को बोलते है. स्तनपान शिशु के लिए सबसे उत्तम खुराक है. माँ के दूध में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, विटामिन, एंटीबॉडी जैसे अनेको प्रोषण तत्व होते है जो शिशु की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ा कर उसे अनेक प्रकार के वायरस, बैक्टीरिया से दूर रखते है. माँ का दूध बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत फायदेमंद होता है.
स्तनपान करना शिशु और माँ के लिए दोनों के लिए बहुत ही फायदेमंद है.
कई सारे डॉक्टर १ से २ साल तक बच्चे को ठोस आहार के साथ साथ माँ का दूध पिलाने की सलाह देते है.
कुछ माताओं को स्तनपान कराने में काफी तकलीफे आती है और कई बार उनको स्तन में गांठ, दूध न बन पाना जैसी समस्यां आने लगती है. पर गर्भावस्था के शुरुवाती चरण से बच्चे के जन्म तक और बच्चे के जन्म के बाद तक भी होमियोपैथी में माँ और बच्चे के लिए बहुत अच्छा उपचार मौजूद है.

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स्तनपान के फायदे 

बच्चे को दूध पिलाने से माँ को कई सारे फायदे होते है.
शिशु को दूध पिलाना, माँ के लिए प्राकर्तिक गर्भनिरोधक का काम करता है. माँ और शिशु के सम्बन्ध में गहराई लाता है. युटेरस से जुडी समस्या को खत्म करता है. साथ ही स्तनपान के कई अन्य फायदे भी है.
इसी तरह एक शिशु के लिए भी माँ का दूध बहुत जरुरी है. छोटे बच्चों की पाचन शक्ति मजबूत नही होती, माँ का दूध बच्चों को जल्दी और आसानी से पच जाता है. माँ का दूध इन्फेक्शन और कमजोरी से बच्चो को बचाता है.
बच्चों की रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ता है.
कई बच्चे बचपन से ही मोटापे का शिकार हो जाते है. इसे में माँ के दूध पिने वाले बच्चों को मोटापा नही होता.
नई माँ को कई सारी नई चुनोतियों का सामना करना पड़ता है. जिसमे से कुछ है स्तनपान के समय होने वाली समस्यां. जैसे दूध का न बन पाना. दूध न बन पाने में अल्फाल्फा, फोस्फोरिकम एसिडम, लाक्टुका युरेनस आदि दवा दी जाती है.
स्तन में दर्द और नीलापन ऐसे में बेल्लाडोना, बोरेक्स वेनेता आदि दी जाती है.
निपल में कटाव आना या छिल जाने पर नाइट्रिक एसिड, सैलिसिया, ग्राफितिस आदि दवाए दी जाती है .

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ऐसी समस्याओं के लिए होम्योपैथिक दवाए सबसे उत्तम मानी गयी है. क्यौकी इनका कोई भी दुष्प्रभाव नही होता और ये माँ और बच्चे के लिए बिल्कुल सुरक्षित होती है .
दवाओ के लिए नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क करें या साहस होमियोपैथी में ऑनलाइन परामर्श हेतु में संपर्क करें 7249999404.

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