एलर्जी के कारण सर्दी जुखाम

हमे कभी न कभी साल में एक बार सर्दी और जुखाम तो लग ही जाता है. हलाकि ये एक आम समस्या है, परन्तु जब ये किसी एलर्जी के रूप में होता है तो शरीर को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जैसे बार बार छींके आना, सर्दी के कारण आंखे बार जाना, सांस फूलना, सिर पर दर्द, थकान आदि.
हलके से ठंडे वातावरण या फिर जगह में परिवर्तन, मौसम में परिवर्तन, गर्मियों में नए पुष्प-रेणु से होने वाली एलर्जी (pollen एलर्जी), एलर्जिक राइनाइटिस के कारण हमे नाख में खुजली जुखाम , छींके आदि होने लगती है.
क्यूंकि ये किसी विशेष मौसम में, विशेष परिस्थिति में होती है इसलिए हम इसको बहुत हलके में लेते है. हम सोचते है गर्मी जायगी तो ये एलर्जी भी चले जाएगी. ठंडे जाये तो एलर्जी से छुटकारा मिल ही जाएगा.

इस तरह से  हम उस परिस्थिति उस मौसम का पूर्ण आनंद नही ले पते.  कही न कही ये एलर्जी हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति में भी असर डालती है. साथ ही हमारी इम्युनिटी कमजोर होती जाती है.
होमियोपैथी में एलर्जी के द्वारा हो रहे सर्दी जुखाम का पूर्ण उपचार उपलब्ध है.

निचे दिया गया विडियो है ठंडो में एलर्जी से जूझ रही सुमन जी का जिनको हलके ठंडे मौसम में भी सर्दी जुखाम हो जाता था.

https://studio.youtube.com/video/H7gdRIcXjMw/edit

सुमन जी जो की काफी समय से सर्दी जुखाम की एलर्जी से पीड़ित थी. क्यौकी वो पहाड़ी छेत्र की रहने वाली है इसलिए ठंडे मौसम के कारण भी उनको एलर्जी होती थी.

सर्दी जुकाम के कारण उनको बहुत परेशानी होती थी. कुछ परेशानियाँ जैसे: सुबह सुबह लगातार छींके आना, सांस फूलना,आँखों में जलन और आँखों से पानी आना. इस कारण उनको सिर पर भी दर्द रहने लगता था.

खाने में तो बहुत पहले से ही सुमन जी ने परहेज कर रखा था, पर कुछ ख़ास फर्क उनको नजर नही आया. सुमन जी ने लोकल के डॉक्टर को भी दिखाया ,परन्तु उनको रुपए खर्च होने के सिवा और कोई परिणाम नही मिला. उनको उनके स्वस्थ में कोई असर नही दिखा. हर ७ दिन बाद उनको डॉक्टर को दिखाने जाना पड़ता और डॉक्टर बस दवा बदल कर दे देते. सुमन जी बहुत तंग आ गयी थी.

फिर एक दिन, किसी ने सुमन जी को होम्योपैथिक दवा का उपयोग करने के लिए बताया. सुमन जी ने उत्तराखंड के जाने माने होम्योपैथिक डॉक्टर , डॉ नवीन चन्द्र पाण्डेय जी को दिखाया. करीब १ महीने की दवा खाने के बाद ही सुमन जी को काफी आराम मिला. लेकिन रोग को जड़ से मिटाना था इसलिए सुमन जी ने २ महीने और दवा खायी.

अब सुमन जी पूर्ण तरह स्वस्थ ही और अब वह रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढाने की दवा ले रही है.
सुमन जी की तरह अगर आप ही एलर्जी से जूझ रहे है और आपको आराम नही मिल पा रहा है और आज ही अजमाए होमोपथिक उपचार को.