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टाइफाइड का होम्योपैथिक उपचार

मियादी बुखार के रूप में जाना जाने वाला टाइफाइड बुखार एक संक्रामक बुखार है। यह बुखार साल्मोनेला बैक्टीरिया के संपर्क में आने से ही होता है। टाइफाइड बुखार में व्यक्ति के शरीर का तापमान 102 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाता है। साल्मोनेला टायफी बैक्टीरिया गंदे पानी और संक्रमित भोजन से फैलता है। टाइफाइड एक गंभीर बीमारी है, यह साल्मोनेला एन्टेरिका सेरोटाइप टाइफी बैक्टीरिया से होता है। यह साल्मोनेला पैराटाइफी बैक्टीरियम से भी फैलता है। टाइफाइड बैक्टीरिया पानी और खाने के जरिए लोगों के अन्दर जाता है और इसके द्वारा बहुत से लोगों में यह फैल जाता है। बैक्टीरिया पानी या सूखे सीवेज में हफ्तों तक जीवित रह सकते हैं। आप होम्योपैथिक विधि से टाइफाइड का उपचार कर सकते है।

टाइफाइड के लक्षण-

सरदर्द होना
104 डिग्री तक बुखार आना
शरीर में दर्द होना
जी मिचलाना
दस्त और कब्ज होना
पेट दर्द होना
कफ की समस्या

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप टाइफाइड की बीमारी से परेशान है तो आप होम्योपैथिक विधि से आसानी से इसका उपचार कर सकते है। यूपेटोरियमप्रफोलिएटम-200 एक होम्योपैथिक दवा है। यह दवा इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन एंड होम्योपेथिक डिपार्टमेंट की ओर से रिकोमेंडिड है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है तथा स्वाद में मीठी है। इस दवा को किसी भी उम्र का व्यक्ति गर्भवती महिला बच्चा भी ले सकता है। दवा लेने के तरीके के बारे में बताया कि तीन दिन चार गोली सुबह चार शाम को लेनी हैं। फिर हर चौथे दिन चार गोली सुबह खाली पेट चूसनी हैं। अधिक जानकारी के लिए आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के विशेषज्ञ डॉ. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है।