खूनी बवासीर का होम्योपैथिक उपचार

खूनी बवासीर में किसी प्रकार की पीड़ा नहीं होती है। इसमें मलत्याग करते समय खून आता है। इसमें गुदा के अन्दर मस्से हो जाते हैं। जिसके चलते मलत्याग के समय खून मल के साथ थोड़ा.थोड़ा टपकता है या फिर पिचकारी के रूप में आने लगता है। मल त्यागने के बाद मस्से अपने से ही अन्दर चले जाते हैं। गंभीर अवस्था में यह हाथ से दबाने पर भी अन्दर नहीं जाते। इस तरह के बवासीर का तुरंत उपचार कराएं। अगर आप खूनी बवासीर से परेशान है तो आपकों घबराने की जरूरत नहीं है आप होम्योपैथिक विधि से इसका उपचार करा सकते है।

खूनी बवासीर के लक्षण-

स्टूल के रंग में बदलाव
स्टूल पास करते समय दर्द।
हर समय एनस मार्ग में दर्द।
सिर दर्द।
चक्कर आना।
उल्टी और जी मिचलाना।
बुखार आना।
शरीर का वजन कम होना।

खूनी बवासीर के कारण-

गलत खानपान
कब्ज की समस्या
अंदरूनी या बाहरी बवासीर
कठोर मल।
एनल सेक्स।
बढ़ती उम्र।
मोटापा।

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप खूनी बवासीर की समस्या से परेशान है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं हैं आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर पूरी जानकारी ले सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डाॅक्टर एनसी पाण्डेय से संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।