Headache

सर दर्द

ऊपरी सिर, गर्दन या कभी-कभी पीठ के उपरी भाग के दर्द की अवस्था को सर दर्द कहा जाता हैं , सर में दर्द होना कोई रोग नहीं बल्कि किसी रोग का लक्षण है, वैसे सर दर्द के कई कारण हैं जैसे माइग्रेन का सर दर्द , आंखे कमजोर होने की वजह से होने वाला सरदर्द आदि. सुबह-सुबह सिर दर्द के साथ उठना मतलब पूरा दिन बर्बाद हो जाना. सिर दर्द एक बहुत सामान्य समस्या है पर कई बार ये इतना तेज होता है कि बर्दाश्त कर पाना मुश्‍क‍िल हो जाता है.यूं तो बाजार में कई तरह की दवाइयां मौजूद हैं जो सिर दर्द में राहत के लिए ली जाती हैं लेकिन हर बार दवाई लेना भी सही नहीं है. शरीर में बहुत अधिक बाहरी लवण का जाना दूसरी बीमारियों का कारण बन सकता है. कभी कभी उठने वाले सिर दर्द को नजरअंदाज किया जा सकता हैं परन्तु अगर सिर दर्द बार बार हो तो हो सकता है की ये किसी गंभीर बीमारी का लक्षण हो और ऐसे में आपको जल्द ही होम्योपैथिक चिकित्सक को दिखने की आवश्यकता होती हैं.

सिर दर्द के कारण:
सिरदर्द के कई कारण है , जिनमे से कुछ मुख्य कारण निम्न हैं :

मानसिक तनाव
माइग्रेन का सिर दर्द
अधिक समय तक धुप में घूमना
पूरी नींद न लेना
ब्रेन ट्यूमर
अधिक शराब का सेवन
हार्मोन्स के बदलाव के कारण
पीठ व गर्दन में दर्द के कारण
मिर्गी
मानसिक व शारीरिक थकावट
ज्यादा देर तक फ़ोन या लैपटॉप आदि का इस्तेमाल करना
जरुरत से ज्यादा सोचना
आँखों की दृष्टि का कमजोर होना आदि कई कारणों से सिर में दर्द होता हैं

सिर दर्द के लक्षण :

जानते हैं सिर में दर्द के कुछ सामान्य लक्षण
सिर के ऊपरी हिस्से में दर्द होना
सिर में दबाव पड़ना
नींद न आना
गर्दन या पीठ पर दर्द होना आदि लक्षण सिर दर्द में आम हैं

सिर दर्द के लिए होम्योपैथिक उपचार:
सबसे पहले आप Belladonna 30 में 2 बुँदे सुबह, दोपहर, शाम (अगर दर्द ज्यादा है तो आप इसे 6 बार भी ले सकते है )। इसके साथ आप B.C 12 इसे आप 4 गोली सुबह, दोपहर, शाम को तीन लें ( इसे भी आप दर्द ज्यादा होने पर 3 से 6 बार तक ले सकते है ), इसके साथ आप SBL कंपनी का Relaxhead tab, की 2 गोली सुबह, दोपहर, शाम को लें ।

सिर में दर्द होने पर इन होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग सही मात्रा में और सही समय पर करें इन दवाओं से आपको सिर दर्द में बेहद लाभ मिलेगा। साथ ही सिर दर्द से बचने के लिए योग करे और तनाव न लें.

ध्यान दे – दवाओं का सेवन बताई गयी विधि और मात्रा में ही करें, आप किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त हैं तो दवाओं का उपयोग करने से पूर्व अपने निकटतम विश्वसनीय होमोपथिक विशेषज्ञ से जरुर परामर्श कर लें।