Cataract मोतियाबिंद : Homeopathic Treatment

मोतियाबिंद आँखों का एक सामान्य रोग है जो अधिकतम ५० वर्ष से ऊपर के व्यक्ति को होता है, चाहे स्त्री हो या पुरुष यह सामान्य रूप से होता है परन्तु आजकल यह युवा पीढ़ी को भी हो रहा है, यदि इस रोग का समय से इलाज न कराया गया तो रोगी को दिखाई देना बिलकुल बंद हो जाता है, अंग्रेजी, में इसे Cataract कहा जाता है. रोग होने पर धीरे धीरे अपना असर दिखाई देता है

कारण : ५० वर्ष के पश्चात लेंस की पारदर्शिता कम होने लगती है जिससे मोतियाबिंद होता है

मधुमेह होने के कारण :
अत्यधिक मदिरा शराब या ध्रूमपान करना, लम्बे समय तक तेज रौशनी में या तेज गर्मी में कार्य करना, आदि ऐसे और भी कारण हो सकते है कारण जो भी हो यदि समय रहते मोतियाबिंद का  पता चल जाये तो तुरंत इसका होम्योपैथिक उपचार शरू करवाना चाहिए होम्योपैथिक उपचार से रोगी का मोतियाबिंद ठीक हो जाता है

दवाईयाँ:
सबसे पहले Ruta G. 30 की २ बूंद सुबह २ बूंद शाम को 15 दिन से एक माह तक ले, इसके बाद इसे बंद कर दे और अगर जरुरत लगे तो 90 दिन बाद दोबारा शुरू कर सकते है इसके बाद Cineraria Martima- 30 की २-२ बुँदे 3 बार इसे आप लगातार 90 दिनों तक ले इसके बाद एक महिना बंद कर दे, फिर से इस दवाई को शुरू करे इसके साथ आप Adel-No. -17 की २० बुँदे 3 बार ले (सुबह, दोपहर , शाम) और आप Cineraria  Maritima Schwabe Eye Drop (W.S) की 2 बुँदे 3 बार (सुबह , दोपहर , शाम ) डालें |