पुरूषों में शुक्राणुओं की कमी

पुरूषों में शुक्राणुओं की कमी की समस्या देखी जाती है। कम शुक्राणुओं की संख्या का अर्थ है कि एक संभोग के दौरान पुरूष के वीर्य में सामान्य से कम शुक्राणु होते हैं। लो स्पर्म काउंट को ओलिगोस्पर्मिया भी कहा जाता है। पुरुषों के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या में कमी का मतलब केवल उनकी प्रजनन क्षमता पर सवालिया निशान नहीं है बल्कि इससे पता चलता है कि कई अन्य तरह की भी स्वास्थ्य समस्याएं हैं। वीर्य में शुक्राणुओं की कमी या वीर्य की गुणवत्ता में गिरावट के कारण हर तीन में से एक जोड़ा मां-बाप बनने की समस्या से जूझ रहा है। आज हम आपको बतायेंगे कैसे आप होम्योपैथिक विधि से इस समस्या का उपचार कर सकते है।

शुक्राणुओं की कमी के लक्षण-

कामेच्छा में कमी
स्तंभन दोष
नपुसकता
दर्द
सूजन
गांठ

शंकाणु की कमी के कारण-

धूम्रपान
तनाव
वजन
एक्स-रे
हार्मोन असंतुलन
क्रोमोसोम
वैरीकोसेल
संक्रमण
ट्यूमर

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भीशुक्राणुओं की कमी की समस्या से परेशान है। आप होम्योपैथिक दवाओं के सेवन से इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। आप अपने नजदीकी होम्योपैथिक डॉक्टर से संपर्क कर शुक्राणुओं की कमी की समस्या से छुटकारा पा सकते है। किसी तरह की परेशानी होने पर आप साहस होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डा. एनसी पाण्डेय से संपर्क कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर डॉक्टर की बताये दवाओं का इस्तेमाल कर अपनी समस्या से छ़ुटकारा पा सकते है।