क्या आपके प्लेट्स कम हो रहे है?

साल दर साल बढ़ते जा रहे हैं। जैसे अनीमिया, वायरल इन्फेक्शन, डेंगू, विटामिन की कमी आदि तो ब्लड प्लैटिलेट्स का बनना कम हो जाता है। ब्लड टेस्ट से ये पता चल सकता है कि शरीर में किस तरह का इन्फेक्शन हो रहा है। इन दिनों वैसे तो जीका वायरस का खतरा भी भारत में फैल रहा है पर एक और बीमारी है जिसके मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वो है ब्लड प्लैटिलेट काउंट कम होने वाले मरीज आम तौर पर जब शरीर में ब्लड प्लैटिलेट कम होते हैं तो मरीजों को डेंगू का डर सताता हैए क्योंकि डेंगू का ये अहम लक्षण हैए लेकिन ऐसा जरूरी नहीं कि प्लेटस की कमी का मतलब डेंगू ही हो। शरीर में कई कारणों से इसकी कमी हो सकती है और मरीज को कमजोरी से लेकर किसी खतरनाक बीमारी तक बहुत कुछ हो सकता है। आप होम्योपैथिक विधि से अपने प्लटे्स बढा सकते है।

आइये जानते है इसके लक्षण-

दांतों और मसूढ़ों से खून निकलना।
यूरीन से खून निकलनाण।
स्प्लीन का साइज बढ़ जाना।
कोशिकाओं का स्किन के ऊपर दिखने लग जाना।
नाक से खून निकलना।
महामारी में ज्यादा खून निकलना।
कमजोरी होना।

प्लेट्स के कारण-

जब रक्त में वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता है। खून में संक्रमण बढ़ने के बाद खून से पानी अलग होने लगता है और ब्लड में छोटे कणों के रूप में मौजूद प्लेटलेट्स की संख्या के कम होने के कारण खून का थक्का नहीं जम पाता। ऐसे में आरबीसी व प्लाज्मा की अपेक्षा प्लेटलेट्स का जीवनचक्र केवल 7 से 8 दिन का होता हैए इसलिए वायरस प्लेटलेट्स को सबसे पहले प्रभावित करता है।

होम्योपैथिक उपचार-

अगर आप भी प्लेट्स की कमी से जूझ रहे है तो आप ऊपर दिये गये वीडियो को देखकर पूरी जानकारी ले सकते है। अगर आपको होम्योपैथिक उपचार में कोई समस्या आये तो आप साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डाॅक्टर एनसी पाण्डेय सेे संपर्क कर पूरी जानकारी ले सकते है।