Low Blood Pressure, लो ब्लड प्रेशर का होम्योपैथिक उपचार

निम्न रक्तचाप इसे लो बीपी या हाइपोटेंशन भी कहा जाता है जब रक्तचाप सामान्य से बहुत कम हो जाता है तब यह स्थिति उत्पन्न होती है इसका अर्थ है कि रक्त शरीर के हृदय मस्तिष्क और अन्य भागों तक नहीं पहुंच प् रहा हैं सही रूप से एक स्वस्थ व्यक्ति का रक्तचाप 120/80 (सिस्टोलिक डायस्टोलिक )होना चाहिए सामान्य भाषा में जब रक्तचाप 120 सिस्टोलिक से ऊपर होता है तो उसे हाई बीपी और जब 80 डायस्टोलिक  से नीचे होता है तो उसे लो बीपी माना जाता है बिना किसी लक्षण या संकेत के लो बीपी अस्वस्थ नहीं होता चक्कर आना, बेहोशी, दोनों ही लो बीपी के मुख्य लक्षण है, यह लक्षण सबसे आम है कई बार इस  स्थिति के कई गंभीर परिणाम भी हो सकते हैंइससे बचने के लिए आप अपने खाने पर ध्यान दें खूब पानी पिएं और साथ में होम्योपैथिक दवाइयां लें


लक्षण : लो bp के कुछ खास लक्षण नजर नहीं आते सिर दर्द, कमजोरी महसूस होना , नाडी का तेज तेज से चलना, आदि कुछ सामान लक्षण है

दवाइयां:  बीपी लो होने पर सबसे पहले होम्योपैथिक की Glonoinum 30 की दो बुँदे, सुबह,दोपहर, शाम को ले, इस दवा को केवल 1 हफ्ते तक लें इसके साथ Natrum Muriaticum 30 की 4 गोली तीन से 6 बार लें (सुबह, दोपहर, शाम ) इसके साथ R नंबर 44 को आधा कप पानी में 20 बुँदे सुबह, दोपहर, शाम को ले  इसके साथ आप अपनी डाइट का ख्याल रखें खाने में नमक की मात्रा थोड़ी बढ़ा ले, व्यायाम व योगा करें ताकि यह परेशानी कभी हो ही ना और साथ में होम्योपैथिक की दवाइयां लेते रहें